धमतरी में हुआ प्रतिभाओं का सम्मान महर्षि वाल्मीकि अलंकरण से सम्मानित हुए नादान
राजिम। आदि कवि महर्षि वाल्मीकि जी की जयंती के अवसर पर भारतीय दलित साहित्य अकादमी छत्तीसगढ़ राज्य एवं साप्ताहिक छत्तीसगढ़ साथी के संयुक्त तत्वाधान में प्रादेशिक सम्यक प्रबोधन सम्मेलन का आयोजन रविवार को गोंडवाना भवन धमतरी में आयोजित किया गया। जिसमें राजिम अंचल के बहुमुखी प्रतिभा के धनी युवा साहित्यकार, गायक, उद्घोषक, गीतकार एवं शिक्षक तुषार शर्मा नादान को उनके साहित्यिक, सांस्कृतिक एवं शैक्षणिक गतिविधियों में उत्कृष्ट कार्य हेतु महर्षि वाल्मीकि ज्ञान रत्न अवॉर्ड 2024 की मानद उपाधि के सर्वोच्च अलंकरण से सम्मानित किया गया। उक्त आयोजन में छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों से साहित्य, समाज सेवा, सांस्कृतिक एवं शैक्षणिक सेवा में कार्य करने वाले विभूतियों का भी सम्मान किया गया। विदित हो कि तुषार शर्मा नादान बहुत ही कम उम्र से अपनी रचनाओं के माध्यम से जनमानस को प्रभावित करते रहे हैं, साथ ही साथ मानस मंचों एवं धार्मिक आयोजनों में अपनी गायन प्रतिभा का लोहा मनवा चुके हैं। कुशल उद्घोषक होने के साथ-साथ इनके द्वारा रचित आधा दर्जन गीत व भजन अब तक यूट्यूब पर प्रसारित हो चुके हैं एवं उनकी रचनाएं भारत के विभिन्न राज्यों सहित अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के समाचार पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं। उल्लेखनीय है कि यह संस्था विगत 40 वर्षों से अलग-अलग क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले प्रतिभाओं का सम्मान करती आ रही है। ग्रीन आर्मी टीम के नवापारा अध्यक्ष रेणुका कैलाश तिवारी को समाज वीर सम्मान से नवाजा गया इसी क्रम में राजिम की कवित्री प्रिया देवांगन को सांस्कृतिक साहित्यिक दूत अवार्ड से नवाजा गया उक्त कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में राज्यपाल पुरस्कृत शिक्षक धर्मेंद्र कुमार श्रवण, विशिष्ट अतिथि के रूप में शिक्षक कला प्रतिभा अकादमी छत्तीसगढ़ के संस्थापक संजय कुमार मैथिल, श्रीमती मीना भारद्वाज (अध्यक्ष शि क प्र अकादमी) एवं श्रीमती सुशीला देवी वाल्मीकि रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता भारतीय दलित साहित्य अकादमी छत्तीसगढ़ राज्य के प्रांत अध्यक्ष जी आर बंजारे ज्वाला ने की। तुषार शर्मा नादान की इस उपलब्धि पर वरिष्ठ साहित्यकार मकसूदन राम साहू बरीवाला, सालिकराम शर्मा सरसिज, मोहनलाल साहू मानिकपन, डॉ. रमेश कुमार सोनसायटी, श्रवण कुमार साहू प्रखर, संतोष कुमार सोनकर मंडल, प्रदीप कुमार साहू कुंवर दादा, तुकाराम कंसारी संघर्ष, उर्दू के ख्यातिनाम शायर जितेंद्र सुकुमार साहिर, सुश्री प्रिया देवांगन प्रियू, युगल किशोर साहू जिज्ञासु, राज्यपाल पुरस्कृत शिक्षक किशोर निर्मलकर, पुरुषोत्तम मिश्रा सहित समस्त शुभचिंतकों ने अपनी शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए इनके उज्जवल भविष्य की कामना की।