धरसींवा विधानसभा एन.एस.यू.आई ने विश्विद्यालय से मांग किया डाक कुरियर ,स्पीड पोस्ट में लगने वाले शुल्क को महाविद्यालय वहन करें।
वैश्विक महामारी नोवल कोरोना वायरस कोविड-19 के वजह से पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय की परीक्षाएं स्थगित की गई थी वर्तमान में छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए परीक्षाएं पुनः आरंभ कीया गया है जिसमें विश्वविद्यालय का निर्देशों के साथ परीक्षा संचालित कर रहे हैं मुख्य निर्देश कुछ इस प्रकार है कि स्नातक एवं स्नातकोत्तर छात्रों को उत्तर पुस्तिका स्वयं से बनाने अथवा खरीदने के लिए कहा गया जिसे छात्रों ने बनाया एवं खरीदा।अभी परीक्षाएं 25 सितंबर से शुरू हो चुकी है सभी विषय की परीक्षा समाप्त होने के बाद 5 दिवस के अंदर उत्तर पुस्तिकाओं को महाविद्यालय में स्पीड पोस्ट अथवा कुरियर के माध्यम से भेजने के लिए निर्देश विश्वविद्यालय ने दिया है, किंतु यहां पर एनएसयूआई ने छात्र हित के लिए मांग किया है कि जब छात्रों ने परीक्षा शुल्क जमा कर दिया है उसके बाद भी स्वयं से उत्तर पुस्तिका बनाने अथवा खरीदने में स्वयं का पैसा खर्च किया तथा परीक्षा के बाद स्पीड पोस्ट अथवा कुरियर के लिए पुनः छात्रों को स्वयं से शुल्क का भुगतान करना पड़ेगा जब छात्रों ने परीक्षा शुल्क दे दिया है उसके बाद भी उनसे पैसा क्यों लिया जा रहा है इसके लिए एनएसयूआई धरसीवा विधान सभा के पदाधिकारी गण एवं छात्रों के द्वारा विश्वविद्यालय से यह मांग किया जा रहा है की स्पीड पोस्ट एवं कुरियर से लगने वाले शुल्क के खर्च का वहन विश्वविद्यालय करें।वर्तमान स्थिति के चलते हुए छात्र छात्राओं से और किसी भी प्रकार का शुल्क लेना सही नहीं है इसके लिए मुख्य रूप से पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष सूर्य प्रताप बंजारे धरसींवा विधानसभा सचिव एनएसयूआई देवेंद्र खेलवार धरसीवा ब्लॉक अध्यक्ष सुहैल खान धरसीवा ब्लॉक महासचिव चंद्रशेखर भारती मनीष नारंग महासचिव एन एस यू आई धरसींवा पंडित श्यामाचरण शुक्ल महाविद्यालय धरसीवा छात्रसंघ अध्यक्ष आरती देवांगन,मांढर छात्र संघ अध्यक्ष मानसी साहू, एवं समस्त छात्र गण जिसमें पीयूष घमफोरिया,मेघेश गहरवार,पराग निर्मलकर, किशन कहरा,हिमांशु यादवसतेन्द्र चेलक,गुलसन साहू ,सोहन लाल निषाद,दौलत साहू, नीलेश कुर्रे ,सुभाष बंजारे,गगन वर्मा,ललित गेंड्रे, एवं समस्त छात्रगण ने विश्वविद्यालय से यह मांग की है कि वह अपने निर्देशों में छात्र हित को देखते हुए फैसला ले एवं यह ध्यान जरूर रखें कि छात्रों को किसी भी प्रकार का समस्या का सामना करना ना पड़े।