प्रधान संपादक कैलाश टांडे छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ विधानसभा के भूतपूर्व नेता प्रतिपक्ष सालवा जुडूम के प्रणेता झीरम घाटी नक्सली हमले में शहीद बस्तर टाइगर महेंद्र कर्मा जी की जयंती जिला कांग्रेस कमेटी धमतरी के द्वारा जिला अध्यक्ष कांग्रेस कार्यालय रायपुर रोड बठेना चौक में मनाया गया इस दौरान उपस्थित कांग्रेसजनों के द्वारा सर्वप्रथम शहीद महेंद्र कर्मा जी के छायाचित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित किया गया तत्पश्चात उनके व्यक्तित्व-कृतित्व एवं जीवनी पर प्रकाश डाला डालते हुए पूर्व विधायक हर्षद मेहता, पूर्व जिला अध्यक्ष मोहन लालवानी,सभापति अनुराग मशीह, विजय प्रकाश जैन, हरमिंदर छाबड़ा, असरफ रोकड़िया, देवेन्द्र अजमानी, विक्रांत शर्मा, कृष्णा मरकाम, दीपक सोनकर, बाल गोविंद साहू, ने उनके द्वारा किये गए जनकल्याणकारी कार्यों एवं कार्यकर्ताओं के साथ उनके लगाओ को स्मरण किया गया।
इस दौरानजिला अध्यक्ष शरद लोहाना ने कहा कि कर्मा जी बस्तर क्षेत्र के एक जातीय आदिवासी नेता थे उनका जन्म 5 अगस्त 1950 को दंतेवाड़ा जिले के दरबोडा कर्मा में हुआ था। उन्होंने 1969 में बस्तर हायर सेकेंडरी स्कूल, जगदलपुर से उच्च माध्यमिक की शिक्षा प्राप्त की और 1975 में दंतेश्वरी कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई पूरी की। उनके बड़े भाई लक्ष्मण कर्मा भी सांसद रहे इससे पहले नक्सलियों ने उनके भाई पोदीराम की हत्या कर दी थी भैरमगढ़ जनपद पंचायत के अध्यक्ष थे। इनके अलावा उनके 20 रिश्तेदारों को भी नक्सलियों ने मार डाला था उनके पुत्र छबील कर्मा भी दंतेवाड़ा के जिला पंचायत अध्यक्ष थे। कर्मा जी अविभाजित बस्तर के जिला पंचायत के वह पहले अध्यक्ष के रूप में चुने गए 1996 के आम चुनाव में बस्तर लोकसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव जीतकर संसद बने थे बाद में वे कांग्रेस में शामिल हो गए जोगी जी के मंत्रिमंडल में उन्होंने उद्योग और वाणिज्य मंत्री के रूप में कार्य किया 2003 में कांग्रेस पार्टी के विधानसभा चुनाव में हार के बाद उन्हें विपक्ष का नेता बनाया गया माओवादीयो के खिलाफ सख्त रवैया अपनाने के कारण उन्हें बस्तर टाइगर के रूप में जाना जाता था। मंच संचालन ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष नरेश जसूजा द्वारा किया गया।
इस दौरान जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष शरद लोहाना, पूर्व विधायक हर्षद मेहता, पूर्व जिला अध्यक्ष मोहन लालवानी, सभापति अनुराग मशीह, जनपद अध्यक्ष गुंजा साहू, ब्लॉक अध्यक्ष नरेश जसूजा, प्रदेश प्रवक्ता कृष्ण कुमार मरकाम, डॉ. विजय प्रकाश जैन, हरमिंदर छाबड़ा, देवेन्द्र अजमानी, असरफ रोकड़िया, सलीम रोकड़िया, वसीम रिज़वी, शिवओम बैगा नाग, मंजीत छाबड़ा, शंकर गवली, विक्रांत शर्मा, अरुण चौधरी, लखन पटेल, नकछेडु राम जगबेहड़ा, तनवीर कुरैशी, मधुकांत राठौर, दीपक सोनकर, सूरज गहरवार, तारिक रज़ा कादरी, ईश्वर देवांगन, अशोक कुर्रे, राजा कुरैशी, बालगोविंद साहू, डिलन चन्द्राकर, चौराराम वर्मा, सूर्यकांत साहू, गीताराम सिन्हा, अंबर चंद्राकर शिवम राय संकेत गुप्ता, विजेंद्र रामटेके, आशीष बंगानी, राजेन्द्र यादव, आकश यादव, सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसजन उपस्थित रहे
छत्तीसगढ़ विधानसभा के भूतपूर्व नेता प्रतिपक्ष सालवा जुडूम के प्रणेता झीरम घाटी नक्सली हमले में शहीद बस्तर टाइगर महेंद्र कर्मा जी की जयंती जिला कांग्रेस कमेटी धमतरी के द्वारा जिला अध्यक्ष कांग्रेस कार्यालय रायपुर रोड बठेना चौक में मनाया गया इस दौरान उपस्थित कांग्रेसजनों के द्वारा सर्वप्रथम शहीद महेंद्र कर्मा जी के छायाचित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित किया गया तत्पश्चात उनके व्यक्तित्व-कृतित्व एवं जीवनी पर प्रकाश डाला डालते हुए पूर्व विधायक हर्षद मेहता, पूर्व जिला अध्यक्ष मोहन लालवानी,सभापति अनुराग मशीह, विजय प्रकाश जैन, हरमिंदर छाबड़ा, असरफ रोकड़िया, देवेन्द्र अजमानी, विक्रांत शर्मा, कृष्णा मरकाम, दीपक सोनकर, बाल गोविंद साहू, ने उनके द्वारा किये गए जनकल्याणकारी कार्यों एवं कार्यकर्ताओं के साथ उनके लगाओ को स्मरण किया गया।
इस दौरानजिला अध्यक्ष शरद लोहाना ने कहा कि कर्मा जी बस्तर क्षेत्र के एक जातीय आदिवासी नेता थे उनका जन्म 5 अगस्त 1950 को दंतेवाड़ा जिले के दरबोडा कर्मा में हुआ था। उन्होंने 1969 में बस्तर हायर सेकेंडरी स्कूल, जगदलपुर से उच्च माध्यमिक की शिक्षा प्राप्त की और 1975 में दंतेश्वरी कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई पूरी की। उनके बड़े भाई लक्ष्मण कर्मा भी सांसद रहे इससे पहले नक्सलियों ने उनके भाई पोदीराम की हत्या कर दी थी भैरमगढ़ जनपद पंचायत के अध्यक्ष थे। इनके अलावा उनके 20 रिश्तेदारों को भी नक्सलियों ने मार डाला था उनके पुत्र छबील कर्मा भी दंतेवाड़ा के जिला पंचायत अध्यक्ष थे। कर्मा जी अविभाजित बस्तर के जिला पंचायत के वह पहले अध्यक्ष के रूप में चुने गए 1996 के आम चुनाव में बस्तर लोकसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव जीतकर संसद बने थे बाद में वे कांग्रेस में शामिल हो गए जोगी जी के मंत्रिमंडल में उन्होंने उद्योग और वाणिज्य मंत्री के रूप में कार्य किया 2003 में कांग्रेस पार्टी के विधानसभा चुनाव में हार के बाद उन्हें विपक्ष का नेता बनाया गया माओवादीयो के खिलाफ सख्त रवैया अपनाने के कारण उन्हें बस्तर टाइगर के रूप में जाना जाता था। मंच संचालन ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष नरेश जसूजा द्वारा किया गया।
इस दौरान जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष शरद लोहाना, पूर्व विधायक हर्षद मेहता, पूर्व जिला अध्यक्ष मोहन लालवानी, सभापति अनुराग मशीह, जनपद अध्यक्ष गुंजा साहू, ब्लॉक अध्यक्ष नरेश जसूजा, प्रदेश प्रवक्ता कृष्ण कुमार मरकाम, डॉ. विजय प्रकाश जैन, हरमिंदर छाबड़ा, देवेन्द्र अजमानी, असरफ रोकड़िया, सलीम रोकड़िया, वसीम रिज़वी, शिवओम बैगा नाग, मंजीत छाबड़ा, शंकर गवली, विक्रांत शर्मा, अरुण चौधरी, लखन पटेल, नकछेडु राम जगबेहड़ा, तनवीर कुरैशी, मधुकांत राठौर, दीपक सोनकर, सूरज गहरवार, तारिक रज़ा कादरी, ईश्वर देवांगन, अशोक कुर्रे, राजा कुरैशी, बालगोविंद साहू, डिलन चन्द्राकर, चौराराम वर्मा, सूर्यकांत साहू, गीताराम सिन्हा, अंबर चंद्राकर शिवम राय संकेत गुप्ता, विजेंद्र रामटेके, आशीष बंगानी, राजेन्द्र यादव, आकश यादव, सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसजन उपस्थित रहे