राजिम कुंभ मेला के सांस्कृतिक मंच पर कलाकार दे रहे रंगारंग प्रस्तुति
राजिम। राजिम कुंभ कल्प मेला में प्रतिदिन सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रंगारंग प्रस्तुति हो रही है। मेला के दूसरे दिन मंच पर रोशन कुमार साहू ने रहस गीत की प्रस्तुति दी। इसके अलावा मंच पर केतन सिंह राठौर ने कत्थक नृत्य की प्रस्तुति की। जिसमे ओम नमः शिवाय का गीत के साथ अभिनय भी किया। चंद्रप्रकाश धीवर ने भजन संध्या के माध्यम से पूरे मंच को भक्तिमय कर दिया। पहली प्रस्तुति म्हारो अंगना पधारो गणेश से की। मेरे राम आयेंगे... भक्ति-भजन गीतों ने दर्शको को बांधकर रखा। कार्यक्रम की अगली कड़ी मिलवंतीन बाई मानिकपुरी एवं साथी ने सुआ नृत्य की प्रस्तुति दी।
खेमचंद एवं साथियों ने जसगीत के माध्यम से शिव विवाह की झांकी दिखाई। जिसे देख दर्शक भावविभोर हो गए। घनश्याम रामवपुरिक ने एक से बढ़कर एक छत्तीसगढ़ी गीतों की प्रस्तुति दी। रोहित भगत ने जगराता का गायन किया। रामबगस भारद्वाज एवं साथियों ने पंथी और सतनाम भजन की प्रस्तुति दी गई। शांति बाई चेलक ने अपने प्रभाव शाली अंदाज में पंडवानी गायन किया गया। जिसमें द्रौपदी चीरहरण प्रसंग का व्याख्यान किया। मंच पर अंतिम प्रस्तुति लोककला मंच से संदीप कुमार साहू के छत्तीसगढ़ी गीतों ने दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया।