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Wednesday, 15 July 2020

मौसमी फल और सब्जियों के सेवन से बढ़ेगी शरीर की प्रतिरोधक क्षमता



 मौसमी फल और सब्जियों के सेवन से बढ़ेगी शरीर की प्रतिरोधक क्षमता

पत्रकार कैलाश टांडे छत्तीसगढ़ का रत्न

रायपुर,15 जुलाई 2020। कोरोना वायरस संक्रमण के साथ ही अब बारिश में डेंगू, टायफायड, मौसमी बुखार, मलेरिया और सर्दी-जुकाम के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है। बच्चे और बड़ो के साथ ही बुजुर्गों की मुशिकलें बढ़ गईं हैं। ऐसे में अगर इन मौसमी बीमारियां की गिरफ्त में आ गए तो कोरोना से खतरा और भी बढ़ जाएगा। कोरोना वायरस व मौसमी बीमारियों से निपटने के लिए बारिश के मौसम में आने वाले फलों व सब्जियों का सेवन सेहत के लिए बेहद जरुरी है।
आयुर्वेदिक अस्पताल के पंचकर्म विभाग के एचओडी डॉ. रनजीप कुमार दास ने बताया इन बीमारियों से लड़ने में शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढाने में मदद करेगी। ऐसे में जरूरी है कि हर उम्र के लोग शरीर की प्रतिरोधक क्षमता पर खासा ध्यान दें। ``खानपान और अच्छी दिनचर्या से ही हम अपने शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा सकते हैं।‘’
डॉ. दास का कहना है  मौसमी फल, सब्जी, नींबू के अलावा रसोई में बहुत सी चीजें उपलब्ध हैं जिनकी मदद से हर कोई शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा सकता है। आयुर्वेदिक अस्पताल परिसर में कोरोना वायरस से बचाव और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाने के लिए आयुष विभाग की ओर से काढा का वितरण किया जा रहा है। इसका लाभ प्रतिदिन ओपीडी में आने वाले मरीज व अन्य लोग सहित लगभग 300 लोग काढा का सेवन कर रहे हैं।
सीएमएचओ रायपुर डॉ.मीरा बघेल ने बताया, जिले के अस्पतालों में कोविड से पहले इस वर्ष जनवरी, फरवरी व मार्च में कुल ओपीडी 4.22 लाख दर्ज किया गया था जो औसत प्रति माह 1.40 लाख मरीजों थी। साल के पहले तिमाही रिपोर्ट के अनुसार हर दिन औसत 5,550 मरीज ओपीडी में स्वास्थ्य लाभ ले रहे थे। आयुष अस्पतालों में तीन महीने का ओपीडी 8,400 रहा, हर महीने 2800 मरीज पहुंच रहे थे जो कि प्रतिदिन औसत 107 मरीजों का रहा है।
लॉकडाउन के दौरान ओपीडी में गिरावट के साथ के साथ अप्रेल, मई व जून में जिले के स्वास्थ्य केंद्रों का कुल ओपीडी 3.14 लाख है। वहीं प्रतिमाह औसत 1.04 लाख मरीजों को ओपीडी में मरीज पहुंच रहे हैं । यानी प्रति दिन अस्पतालों में 4,000 मरीजों का इलाज चल रहा है जबकि आयुष के अस्पतलों का ओपीडी बीते तीन महीने में कोरोना की वजह से 4800 है। महीनेभर में 1600 मरीज और प्रतिदिन का औसत 61 मरीज आयुर्वेदिक अस्पतालों में चिकित्सा सेवा का लाभ ले रहे हैं। कोविड-19 की वजह से अस्पताल में नॉन-कोविड के मरीजों की संख्या कमी आयी थी जो अब अस्पतालों में मरीजों की तादात धीरे-धीरे बढ़ने लगी है।
डॉ. बघेल ने बताया कोरोना वायरस के लक्षण के बारे में जानकारी ही बचाव का सबसे बड़ा उपाय है। वायरस के लक्षण जैसे –बुखार आना, सिरदर्द, नाक बहना, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ, खांसी, गले में खराश, और सीने में जकड़न होता है। कोरोना से बचाव के लिए संक्रमित व्यक्ति के निकट संपर्क से बचना, कई बार हाथों की साबुन से धुलाई, नाक-आंख-कांन व मुंह न छूना ज़रूरी है । संक्रमित सामग्रियों को छूने से बचना।
अधिक जानकारी के लिए शासकीय जिला अस्पताल से अथवा राज्य सर्वेलेंस इकाई  के नंबर- 0771-2235091, 9713373165 या फिर टोल फ्री नंबर -104 से संपर्क कर सकते हैं।
सावधानी के लिए जरुरी उपाय-
- बाहर की खानपान की चीजों से बचें, यदि विषम परिस्थितियों में खाना पड़े तो ठंडी चीजों से परहेज करें।
-पैक्ड और बाहर फलों का जूस पीने के बजाय घर पर निकाल कर पीये। बेहतर होगा मौसमी फल खाए।
-घर या बाहर चाय और काफी का सेवन करें।
-गरम दूध में हल्दी डालकर पीएं, यदि अंडा खाते हैं तो इसे ले।
-अदरक, काली मिर्च, लोंग, दालचीनी, मुलेठी, तुलसी का काढ़ा दिन में दो बार पीएं।
-संतुलित भोजन ले जिसमें प्रोटीन की मात्रा हो अधिक हो, एक ग्राम प्रति किग्रा शरीर के वजन के अनुसार प्रोटीन लेनी चाहिए।
-विटामिन और मिनरल के लिए मौसमी फल और सब्जिया और ड्राईफ्रूट का सेवन करें।
-चना, मूंग, अरहर समेत सभी दाल खायें।
-अंकुरित चना, मूंग, सोयाबीन और मोठ ले सकते हैं।

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